ठोस आधार धरातल पर खड़ी हूं हिन्द हूं मैं, हिंदी हूँ। ठोस आधार धरातल पर खड़ी हूं हिन्द हूं मैं, हिंदी हूँ।
बड़ी विशाल है दुनिया अनेक भाषाओं से भरी है यह दुनिया। बड़ी विशाल है दुनिया अनेक भाषाओं से भरी है यह दुनिया।
प्राणी प्राण में परमेश्वर का सत्य सत्यार्थ बुद्ध का दिव्य दिव्यार्थ। प्राणी प्राण में परमेश्वर का सत्य सत्यार्थ बुद्ध का दिव्य दिव्यार्थ।
भाई - भाई लड़ रहे और किसान है भ्रष्टाचार का बोलबाला मानवता का मुँह है आज काला। भाई - भाई लड़ रहे और किसान है भ्रष्टाचार का बोलबाला मानवता का मुँह है आज का...
ज्ञान हमारे वेद हुए थे भूल गए हम उनको भी ज्ञान हमारे वेद हुए थे भूल गए हम उनको भी
मोह ममता के तानों बानों से बुनी ये जिल्द अपने पन्नों को खुद में जैसे समेटे रखतीं हैं मोह ममता के तानों बानों से बुनी ये जिल्द अपने पन्नों को खुद में जैसे समेटे रख...